अरट्ट (Greater Galangal) – परिचय, फायदे, उपयोग और नुकसान English Name: Greater Galangal (Aratta) परिचय अरट्ट (Greater Galangal) एक प्रमुख आयुर्वेदिक जड़ है, जो पारंपरिक चिकित्सा में अदरक के समान उपयोग की जाती है। इसका स्वाद तीखा, सुगंधित और हल्का कड़वा होता है, जो इसे विशेष बनाता है। अरट्ट में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और पाचन सुधारने वाले गुण पाए जाते हैं, जिससे यह पाचन संबंधी समस्याओं, सूजन और संक्रमण के उपचार में सहायक होती है। अरट्ट के फायदे ✔ पाचन तंत्र को सुधारता है – अरट्ट का सेवन अपच, गैस और पेट की अन्य समस्याओं को कम करने में मदद करता है। ✔ सूजन और दर्द में राहत प्रदान करता है – इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया और अन्य सूजन संबंधी विकारों में लाभकारी होते हैं। ✔ एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर✔ [b]इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है – अरट्ट का नियमित सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है। ✔ श्वसन तंत्र के लिए लाभकारी – इसका उपयोग खांसी, जुकाम और सांस संबंधी समस्याओं में राहत देने में किया जाता है। ✔ वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण में सहायक – इसके प्राकृतिक गुण संक्रमण से लड़ने में मददगार साबित होते हैं। अरट्ट का उपयोग 🔹 चूर्ण – अरट्ट का सूखा चूर्ण पाचन संबंधी विकारों के उपचार में प्रयोग किया जाता है। 🔹 काढ़ा – अरट्ट के काढ़े का सेवन इम्यूनिटी बढ़ाने और सूजन को कम करने में लाभकारी होता है। 🔹 आयुर्वेदिक औषधियों में मिश्रण – इसे अन्य जड़ी-बूटियों के साथ मिलाकर औषधियों में शामिल किया जाता है। 🔹 खाद्य पदार्थों में प्रयोग – पारंपरिक व्यंजनों में इसका प्रयोग स्वाद बढ़ाने और स्वास्थ्य लाभ हेतु किया जाता है। अरट्ट के नुकसान और सावधानियाँ ⚠ अत्यधिक मात्रा में सेवन से पेट में जलन या अपच की समस्या हो सकती है। ⚠ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका उपयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए। ⚠ यदि किसी को अरट्ट या अन्य अदरक परिवार की जड़ से एलर्जी हो, तो इसका सेवन नहीं करना चाहिए। ⚠ लंबे समय तक अत्यधिक सेवन से संभावित दुष्प्रभाव हो सकते हैं, इसलिए संतुलित मात्रा में ही लेना उचित है। निष्कर्ष अरट्ट (Greater Galangal) एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक जड़ है, जो पाचन सुधार, सूजन में राहत और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके संतुलित उपयोग से अनेक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं, लेकिन किसी भी संभावित दुष्प्रभाव से बचने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।