सुपारी (Areca Nut) – परिचय, फायदे, उपयोग और नुकसान English Name: Betel Nut (Areca catechu) परिचय सुपारी, जो Areca catechu के नाम से जानी जाती है, एक पारंपरिक औषधीय और सांस्कृतिक तत्व है, जिसका उपयोग प्राचीन काल से मौखिक स्वास्थ्य, पाचन सुधार और सामाजिक समारोहों में किया जाता रहा है। सुपारी आमतौर पर पान के साथ चबाई जाती है, जिसमें चूना, तंबाकू (यदि शामिल हो) और पान के पत्ते भी मिलते हैं। पारंपरिक आयुर्वेदिक उपचारों में इसे हल्के उत्तेजक और पाचन सुधारक के रूप में प्रयोग किया जाता है। सुपारी के फायदे ✔ मौखिक स्वास्थ्य में उत्तेजना✔ [b]पाचन सुधार✔ [b]थकान में ताजगी✔ [b]सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व[b]सुपारी का उपयोग 🔹 पान के रूप में🔹 [b]पाचन क्रिया में सुधार हेतु🔹 [b]सामाजिक और सांस्कृतिक अवसरों में[b]सुपारी के नुकसान और सावधानियाँ ⚠ मौखिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव⚠ [b]कैंसर का खतरा⚠ [b]लत लगना⚠ [b]अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ[b]निष्कर्ष सुपारी (Areca Nut) पारंपरिक रूप से पाचन सुधार, मौखिक स्वच्छता और सांस्कृतिक समारोहों में उपयोग की जाती है। हालांकि, इसके अत्यधिक सेवन से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, विशेषकर मौखिक कैंसर और दांतों से संबंधित विकार। इसलिए, सुपारी का सेवन सीमित मात्रा में और सावधानीपूर्वक करना चाहिए, तथा यदि स्वास्थ्य संबंधी चिंता हो तो विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।