बाकुल (Bakul) – परिचय, फायदे, उपयोग और नुकसान English Name: Spanish Cherry (Mimusops elengi) परिचय बाकुल, जिसे वैज्ञानिक भाषा में Mimusops elengi कहा जाता है, एक सुगंधित फूलों वाला पेड़ है जो भारत, दक्षिणपूर्व एशिया और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। इसे मौलसरी या बकुल के नाम से भी जाना जाता है। इसके सफेद और मनमोहक सुगंध वाले फूलों का उपयोग धार्मिक अनुष्ठानों, सजावट और परंपरागत औषधियों में किया जाता है। आयुर्वेद में इसकी छाल, पत्तियों, फूलों और बीजों को कई स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए उपयोगी माना गया है। बाकुल के फायदे ✔ मौखिक स्वास्थ्य में सुधार✔ [b]त्वचा रोगों में लाभ✔ [b]सर्दी-खांसी में राहत✔ [b]सूजन कम करने में✔ [b]बुखार नियंत्रण[b]बाकुल का उपयोग 🔹 धार्मिक और सांस्कृतिक उपयोग🔹 [b]आयुर्वेदिक दवाएँ🔹 [b]सुगंधित उत्पाद🔹 [b]पर्यावरणीय महत्व[b]बाकुल के नुकसान और सावधानियाँ ⚠ एलर्जी का खतरा⚠ [b]गर्भावस्था में सावधानी⚠ [b]अधिक मात्रा में सेवन⚠ [b]दवाओं के साथ प्रतिक्रिया[b]निष्कर्ष बाकुल (Spanish Cherry) एक बहुमुखी पेड़ है, जो अपने औषधीय गुणों, सुगंधित फूलों और सांस्कृतिक महत्व के कारण विशेष स्थान रखता है। हालाँकि, इसके अर्क या काढ़े का उपयोग सीमित मात्रा में और सही तरीके से करना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए इसका उपयोग करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक या डॉक्टर से परामर्श लेना उचित होगा।