भुई आंवला (Bhumi Amla) – परिचय, फायदे, उपयोग और नुकसान परिचय भुई आंवला जिसे Bhumi Amla कहा जाता है, एक प्रभावशाली आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो मुख्य रूप से यकृत (लीवर) संबंधी समस्याओं के लिए जानी जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम Phyllanthus niruri है। यह एक छोटी झाड़ी होती है, जिसके पत्ते आंवला की पत्तियों से मिलते-जुलते होते हैं। इसे भूधात्री, पत्थरचट्टा और धरती आंवला के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद में इसे पीलिया, पाचन संबंधी विकारों और किडनी स्टोन जैसी समस्याओं के लिए उपयोग किया जाता है। भुई आंवला के फायदे ✔ लीवर को मजबूत बनाता है – भुई आंवला लीवर की कार्यक्षमता को बढ़ाता है और हेपेटाइटिस, फैटी लिवर जैसी समस्याओं में लाभकारी होता है। ✔ पीलिया में फायदेमंद – यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालकर पीलिया जैसी बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करता है। ✔ किडनी स्टोन को कम करता है – यह गुर्दे में बनने वाले पथरी को तोड़ने और उसे बाहर निकालने में मदद करता है। ✔ रक्त शुद्ध करता है – इसके सेवन से शरीर में संचित टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं, जिससे त्वचा रोगों में भी लाभ होता है। ✔ ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है – यह डायबिटीज रोगियों के लिए लाभदायक होता है क्योंकि यह रक्त में शुगर के स्तर को संतुलित करता है। ✔ पाचन तंत्र को सुधारता है – भुई आंवला कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी समस्याओं को कम करने में सहायक है। ✔ इम्यूनिटी को बढ़ाता है – इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटीवायरल गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। ✔ वायरल संक्रमण से बचाव – भुई आंवला वायरस जनित रोगों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया और मौसमी बुखार में राहत प्रदान करता है। भुई आंवला के उपयोग 🔹 काढ़े के रूप में – भुई आंवला को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर सेवन किया जाता है, जो लीवर और पाचन के लिए फायदेमंद होता है। 🔹 पाउडर के रूप में – इसका सूखा चूर्ण सुबह-शाम पानी के साथ लिया जाता है। 🔹 ताजे पत्तों का रस – ताजे पत्तों का रस निकालकर पीलिया और लीवर रोगों में सेवन किया जाता है। 🔹 कैप्सूल और टैबलेट – बाजार में यह कैप्सूल और टैबलेट फॉर्म में भी उपलब्ध है, जो आसानी से सेवन किया जा सकता है। भुई आंवला के नुकसान और सावधानियां ⚠ अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट में ऐंठन या हल्का दर्द हो सकता है। ⚠ गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए। ⚠ यह लो ब्लड प्रेशर को और कम कर सकता है, इसलिए लो बीपी वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। ⚠ किसी भी प्रकार की एलर्जी होने पर इसका सेवन तुरंत बंद कर देना चाहिए। निष्कर्ष भुई आंवला (Bhumi Amla) एक प्राकृतिक औषधि है, जो लीवर, किडनी, पाचन तंत्र और इम्यूनिटी को मजबूत करने में सहायक है। इसके नियमित सेवन से शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त किया जा सकता है और कई रोगों से बचाव किया जा सकता है। हालांकि, इसके अधिक सेवन से बचना चाहिए और यदि कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित रहेगा।