लोलासन (Lolasana) - Pendant Pose
परिचय
लोलासन, जिसे अंग्रेजी में Pendant Pose कहा जाता है, एक उन्नत योग मुद्रा है जो बाजुओं, कलाई और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक है। इस आसन का अभ्यास करने से शरीर में संतुलन और स्थिरता आती है, जिससे यह योग साधकों के लिए एक चुनौतीपूर्ण लेकिन प्रभावशाली आसन बन जाता है। लोलासन शरीर को हल्का और ऊर्जावान महसूस कराने के साथ-साथ मानसिक एकाग्रता को भी बढ़ाता है।
विधि
1️⃣ समतल स्थान पर पद्मासन (Lotus Pose) या सामान्य स्थिति में बैठें।
2️⃣ दोनों हाथों को घुटनों के पास फर्श पर रखें और हथेलियों को मजबूती से टिकाएं।
3️⃣ बाजुओं पर भार डालते हुए शरीर को ऊपर उठाएं।
4️⃣ पेट की मांसपेशियों को सक्रिय करें और पैरों को जमीन से ऊपर रखने का प्रयास करें।
5️⃣ इस मुद्रा को 10-20 सेकंड तक बनाए रखें और संतुलन बनाए रखें।
6️⃣ धीरे-धीरे शरीर को नीचे लाएं और आराम करें।
लाभ
✅ बाजुओं, कलाई और कंधों की मांसपेशियों को मजबूत करता है।
✅ शरीर के संतुलन और मानसिक एकाग्रता को बढ़ाता है।
✅ कोर (Core) मसल्स को टोन करता है और पेट की चर्बी कम करने में सहायक होता है।
✅ रक्त संचार को बढ़ाकर शरीर को ऊर्जावान बनाता है।
✅ आत्मविश्वास और धैर्य को बढ़ाता है।
सावधानियां और निषेध
🚫 जिन लोगों को कलाई, कंधे या पीठ में दर्द है, वे यह आसन करने से बचें।
🚫 उच्च रक्तचाप और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए।
🚫 शुरुआती योग साधकों को इसे विशेषज्ञ की देखरेख में करना चाहिए।
🚫 अत्यधिक खिंचाव या दर्द महसूस होने पर तुरंत अभ्यास रोक दें।
निष्कर्ष
लोलासन (Pendant Pose) शरीर की शक्ति, संतुलन और मानसिक एकाग्रता को बढ़ाने वाला एक प्रभावशाली योगासन है। यह बाजुओं, कलाई और कोर मसल्स को मजबूत करता है, जिससे शरीर में हल्कापन और स्थिरता आती है। नियमित अभ्यास और सही तकनीक से इस आसन को करने से शारीरिक और मानसिक लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं।

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