सेलिएक स्प्रू (Celiac Sprue) - कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचारसेलिएक स्प्रू एक स्वप्रतिरक्षा विकार है, जिसमें ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ खाने से छोटी आंत में सूजन और नुकसान हो जाता है। यह रोग अनुवांशिक प्रवृत्ति तथा प्रतिरक्षा प्रणाली की असंतुलन के कारण उत्पन्न होता है, जिससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है।सेलिएक स्प्रू के कारण (Causes of Celiac Sprue)- ग्लूटेन युक्त आहार (Gluten Containing Foods): गेहूं, जौ, राई तथा अन्य अनाज में मौजूद ग्लूटेन से प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है।- आनुवांशिक प्रवृत्ति (Genetic Predisposition): पारिवारिक इतिहास होने पर रोग विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।- प्रतिरक्षा प्रणाली की गड़बड़ी (Immune System Dysfunction): शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से छोटी आंत पर हमला करती है।सेलिएक स्प्रू के लक्षण (Symptoms of Celiac Sprue)- पेट में दर्द तथा ऐंठन- दस्त तथा अपच की समस्या- वजन में गिरावट तथा पोषण की कमी- थकान तथा कमजोरी- त्वचा पर चकत्ते तथा खुजलीसेलिएक स्प्रू का आयुर्वेदिक उपचार (Ayurvedic Treatment for Celiac Sprue)- त्रिफला (Triphala): पाचन तंत्र को मजबूत करने तथा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक।- गिलोय (Giloy): प्रतिरक्षा प्रणाली को संतुलित करती है तथा सूजन कम करने में मदद करती है।- अश्वगंधा (Ashwagandha): तनाव कम करने तथा शरीर की ऊर्जा बढ़ाने में सहायक होती है।- आंवला (Amla): विटामिन सी एवं एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर, पाचन स्वास्थ्य सुधारने में मदद करती है।- हल्दी (Turmeric): एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों के कारण सूजन तथा दर्द को कम करती है।सेलिएक स्प्रू से बचाव के उपाय (Prevention Tips for Celiac Sprue)- ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज करें तथा ग्लूटेन फ्री आहार अपनाएं।- संतुलित आहार लें, जिसमें ताजे फल, हरी सब्जियां तथा सम्पूर्ण अनाज शामिल हों।- नियमित व्यायाम तथा योग से पाचन तंत्र मजबूत बनाएं।- तनाव कम करने के उपाय अपनाएं तथा पर्याप्त नींद लें।- नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं।निष्कर्ष (Conclusion)सेलिएक स्प्रू एक गंभीर स्वप्रतिरक्षा विकार है, जो ग्लूटेन के प्रति संवेदनशीलता के कारण होती है। उचित आयुर्वेदिक उपचार, ग्लूटेन फ्री आहार तथा स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि लक्षण बने रहें, तो तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है।