वातायनासन (Vatayanasana) - Wind Relieving Pose परिचय वातायनासन, जिसे अंग्रेजी में Wind Relieving Pose कहा जाता है, एक प्रभावी योग आसन है जो पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने और शरीर में गैस को बाहर निकालने के लिए किया जाता है। यह आसन विशेष रूप से आंतों की क्रियाशीलता को बढ़ाता है और पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह आसन मानसिक शांति और संतुलन को बढ़ाने के साथ-साथ शारीरिक लचीलापन भी प्रदान करता है। विधि 1️⃣ सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को शरीर के किनारे रखें। 2️⃣ एक-एक करके दोनों घुटनों को छाती की ओर खींचें। 3️⃣ अब एक पैर को सीधा रखें और दूसरे पैर को घुटने से मोड़ कर उसे अपने हाथों से पकड़ें। 4️⃣ घुटने को छाती की ओर खींचते हुए सिर को धीरे-धीरे उठाकर पैर की ओर लाने का प्रयास करें। 5️⃣ इस स्थिति में 15-20 सेकंड तक बने रहें और गहरी सांस लें। 6️⃣ फिर धीरे-धीरे प्रारंभिक स्थिति में लौट आएं और दूसरी तरफ से यह प्रक्रिया दोहराएं। लाभ ✅ पेट और आंतों की मांसपेशियों को मजबूत करता है। ✅ पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और गैस की समस्या को कम करता है। ✅ कमर और रीढ़ की हड्डी में लचीलापन बढ़ाता है। ✅ मानसिक शांति और शारीरिक संतुलन को बढ़ाता है। ✅ श्वसन तंत्र को मजबूत करता है और रक्त संचार को उत्तेजित करता है। सावधानियां और निषेध 🚫 यदि आपको कमर, घुटने या पीठ में कोई चोट हो तो यह आसन न करें। 🚫 गर्भवती महिलाएं या हृदय संबंधी समस्याओं से ग्रस्त व्यक्ति इसे सावधानी से करें। 🚫 यह आसन पाचन समस्याओं को दूर करता है, लेकिन अगर पेट में गंभीर समस्या हो तो चिकित्सक से परामर्श लें। 🚫 यदि आप शुरुआती हैं तो किसी योग प्रशिक्षक की देखरेख में इसे करें। निष्कर्ष वातायनासन (Vatayanasana) एक सरल लेकिन प्रभावी योग आसन है जो पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। यह आसन नियमित रूप से करने से शरीर में लचीलापन बढ़ता है और मानसिक शांति मिलती है। इसे ध्यानपूर्वक और सही विधि से करना चाहिए ताकि अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सके और चोट से बचा जा सके।