ड्राई आई सिंड्रोम (Dry Eye Syndrome) - कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक उपचारकारण⚠ कम आंसू उत्पादन- आंखों में आंसू की अपर्याप्त मात्रा से सूखापन और जलन हो सकती है।⚠ [b]आंसू का तेजी से वाष्पीकरण- तेज धूप, हवा, हीट और प्रदूषण के कारण आंसू जल्दी सूख जाते हैं।⚠ [b]वृद्धावस्था- उम्र बढ़ने के साथ आंसू ग्रंथियों की कार्यक्षमता में कमी आती है।⚠ [b]डिजिटल स्क्रीन का अत्यधिक उपयोग- कंप्यूटर, मोबाइल एवं टीवी के लंबे समय तक उपयोग से आंखों में थकान और सूखापन हो सकता है।[b]लक्षण⚠ आंखों में सूखापन- आंखों में असहज सूखापन और जलन महसूस होती है।⚠ [b]जलन एवं खराश- सूखी आंखों में खुजलाहट और हल्की जलन का अनुभव होता है।⚠ [b]दृष्टि में धुंधलापन- देखने में अस्पष्टता और धुंधलापन महसूस हो सकता है।⚠ [b]चुभन का अनुभव- आंखों में चुभन या हल्की जलन हो सकती है।⚠ [b]आंखों में थकान- लंबे समय तक स्क्रीन के संपर्क में रहने से आंखें जल्दी थक जाती हैं।[b]आयुर्वेदिक उपचार⚠ त्रिफला- पाचन सुधारने एवं शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में सहायक, जिससे आंखों के स्वास्थ्य में सुधार होता है।⚠ [b]अश्वगंधा- शारीरिक ऊर्जा बढ़ाने एवं मानसिक तनाव कम करने में मदद करती है, जिससे आंखों की थकान में राहत मिलती है।⚠ [b]तुलसी- तुलसी के पत्तों का काढ़ा आंखों की सूजन एवं जलन कम करने में सहायक होता है।⚠ [b]नीम- नीम के अर्क एवं पत्तों का सेवन विषहरण एवं सूजन कम करने में उपयोगी होता है।⚠ [b]ब्राह्मी- तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने एवं मानसिक शांति प्रदान करने में लाभकारी है।⚠ [b]योग एवं ध्यान- नियमित योग, प्राणायाम एवं ध्यान से रक्त संचार में सुधार होता है और मानसिक तनाव कम होता है।[b]रोकथाम के उपाय⚠ पर्याप्त पानी पीएं और हाइड्रेटेड रहें। ⚠ कंप्यूटर एवं मोबाइल का उपयोग सीमित करें तथा समय-समय पर आंखों को आराम दें। ⚠ तेज धूप में निकलते समय सनग्लासेस का उपयोग करें। ⚠ विटामिन एवं एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर संतुलित आहार लें। ⚠ नियमित नेत्र जांच करवाएं।निष्कर्षड्राई आई सिंड्रोम एक आम समस्या है जिसे सही देखभाल, आयुर्वेदिक उपचार एवं स्वस्थ जीवनशैली के संयोजन से प्रबंधित किया जा सकता है। यदि लक्षणों में वृद्धि या कोई परिवर्तन महसूस हो तो विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श करें।