SARS-CoV-2 (COVID-19) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपायपरिचय SARS-CoV-2 एक अत्यंत संक्रामक वायरस है जो COVID-19 रोग का कारण बनता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के छींकने, खांसने या बोलने से निकलने वाले बूंदों के माध्यम से फैलता है। इस संक्रमण से हल्के से लेकर गंभीर श्वसन रोग, अन्य अंगों पर प्रभाव एवं दीर्घकालिक स्वास्थ्य समस्याएँ हो सकती हैं, खासकर बुजुर्गों एवं कम प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों में।कारण एवं संक्रमण के तरीके ⚠ [b]वायरल संक्रमणसंक्रमित व्यक्ति के श्वसन बूंदों के संपर्क में आने से वायरस शरीर में प्रवेश करता है। ⚠ [b]संक्रमित सतहों का स्पर्शजहां संक्रमित बूंदें गिर जाती हैं, वहाँ के सतहों को छूने और फिर चेहरे, नाक, या मुँह को छूने से भी संक्रमण संभव है। ⚠ [b]भीड़-भाड़ वाले स्थानभीड़ में होने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि संक्रमित बूंदें आसानी से फैल सकती हैं।[b]लक्षण ⚠ [b]उच्च बुखारअक्सर संक्रमित व्यक्ति में तेज बुखार शुरू होता है। ⚠ [b]सूखी खांसीखांसी सामान्यतः सूखी होती है और फेफड़ों में जलन का अनुभव कराती है। ⚠ [b]सांस लेने में कठिनाईगंभीर मामलों में सांस लेने में रुकावट, घरघराहट एवं श्वसन असमर्थता देखी जाती है। ⚠ [b]थकान एवं मांसपेशियों में दर्दशरीर में ऊर्जा की कमी, अत्यधिक थकान एवं मांसपेशियों में दर्द महसूस होता है। ⚠ [b]स्वाद एवं गंध में कमीकुछ मामलों में स्वाद एवं गंध की संवेदनशीलता में कमी देखने को मिलती है। ⚠ [b]सिरदर्द एवं पाचन संबंधी समस्याएँसिरदर्द, उल्टी एवं पेट में असहजता के लक्षण भी देखे जा सकते हैं।[b]आयुर्वेदिक उपचारआयुर्वेदिक दृष्टिकोण से SARS-CoV-2 संक्रमण के उपचार में प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करना, सूजन कम करना एवं विषाक्त पदार्थों को निकालना शामिल है: ⚠ [b]अश्वगंधाअश्वगंधा शरीर की ऊर्जा बढ़ाने तथा प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में सहायक होती है। ⚠ [b]ब्राह्मीब्राह्मी मानसिक तनाव को कम करने एवं तंत्रिका तंत्र को संतुलित रखने में उपयोगी है। ⚠ [b]त्रिफलात्रिफला पाचन में सुधार लाती है एवं शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में सहायक होती है। ⚠ [b]नीमनीम के पत्तों एवं अर्क में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो संक्रमण के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। ⚠ [b]हल्दीहल्दी के एंटीइंफ्लेमेटरी एवं एंटीऑक्सीडेंट गुण सूजन एवं बुखार को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं। ⚠ [b]योग एवं प्राणायामनियमित योग, प्राणायाम एवं ध्यान से मानसिक तनाव में कमी, रक्त संचार में सुधार एवं श्वसन क्षमता बढ़ाने में सहायता मिलती है।[b]रोकथाम के उपाय ⚠ [b]टीकाकरणCOVID-19 के खिलाफ टीकाकरण संक्रमण को रोकने एवं गंभीरता को कम करने का सबसे प्रभावी उपाय है। ⚠ [b]सामाजिक दूरी एवं मास्कभीड़-भाड़ वाले स्थानों में सामाजिक दूरी बनाए रखें एवं मास्क पहनना अनिवार्य है। ⚠ [b]हाथों की सफाईनियमित रूप से हाथ धोना, सैनिटाइज़र का उपयोग करना तथा चेहरे को छूने से बचना आवश्यक है। ⚠ [b]सुरक्षित वेंटिलेशनघर एवं कार्यस्थल में अच्छी वेंटिलेशन एवं स्वच्छता का ध्यान रखें। ⚠ [b]संतुलित आहार एवं पर्याप्त नींदपोषक तत्वों से भरपूर आहार एवं पर्याप्त नींद शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं।[b]निष्कर्षSARS-CoV-2 एक अत्यंत संक्रामक वायरस है जो COVID-19 रोग का कारण बनता है। उचित टीकाकरण, सामाजिक दूरी, स्वच्छता एवं सावधानी के उपायों से संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सकता है। आयुर्वेदिक उपचार, जैसे अश्वगंधा, ब्राह्मी, त्रिफला, नीम, हल्दी एवं नियमित योग एवं प्राणायाम, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने एवं सूजन को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और आवश्यक सावधानियाँ बरतकर हम इस वायरस के जोखिम को कम कर सकते हैं। यदि संक्रमण के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक है।