पिंग्यूकुला (Pinguecula) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपायपरिचय पिंग्यूकुला एक सामान्य नेत्र विकार है जिसमें आंख की सफेद सतह (कंजक्टिवा) पर पीला या सफेद रंग का ऊतक उभर आता है। यह वृद्धि आमतौर पर नाक के पास देखी जाती है और धूप, प्रदूषण एवं सूखे वातावरण के कारण होती है। अधिकतर मामलों में यह दर्द या गंभीर असुविधा का कारण नहीं बनती, परन्तु कभी-कभार सूजन या जलन के लक्षण प्रकट हो सकते हैं।कारण ⚠ धूप एवं अल्ट्रावायलेट किरणेंलंबे समय तक सूर्य की तेज किरणों के संपर्क में रहने से आंखों पर अतिरिक्त ऊतक की वृद्धि हो सकती है। ⚠ [b]पर्यावरणीय प्रदूषण एवं धूलधूल, प्रदूषित हवा एवं रासायनिक कण आंखों को प्रभावित करते हैं। ⚠ [b]आंखों में सूखापनसूखी आंखें ऊतक के बढ़ने का कारण बन सकती हैं। ⚠ [b]आयु संबंधी परिवर्तनउम्र के साथ नेत्र संरचना में प्राकृतिक बदलाव पिंग्यूकुला के विकास में योगदान कर सकते हैं। ⚠ [b]एलर्जी एवं अन्य स्थितियांएलर्जी या आर्थराइटिस जैसी स्थितियां भी जोखिम बढ़ा सकती हैं।[b]लक्षण ⚠ [b]पलक पर पीला या सफेद ऊतक की वृद्धिआंख की कंजक्टिवा पर छोटे से बड़े आकार में ऊतक उभर आता है। ⚠ [b]हल्की जलन एवं खुश्कीकभी-कभार आंख में जलन या खुश्की का अनुभव हो सकता है। ⚠ [b]धूप में असुविधाधूप के संपर्क में आने पर असहजता महसूस हो सकती है। ⚠ [b]अक्सर कोई दर्द नहींअधिकांश मामलों में दर्द की शिकायत नहीं होती है।[b]आयुर्वेदिक उपचार⚠ [b]त्रिफला नेत्र धोनात्रिफला के पानी से नियमित नेत्र धोने से आंखों की सफाई होती है एवं रक्त संचार में सुधार आता है। ⚠ [b]तुलसी का काढ़ातुलसी के काढ़े का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर आंखों की सेहत में सुधार लाने में मदद करता है। ⚠ [b]अश्वगंधाअश्वगंधा शरीर की शक्ति बढ़ाने एवं उम्र के प्रभाव को धीमा करने में लाभकारी है। ⚠ [b]ब्राह्मीब्राह्मी का सेवन मानसिक शांति एवं नेत्र स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में सहायक होता है। ⚠ [b]योग एवं प्राणायामनियमित योग, ध्यान एवं प्राणायाम से आंखों की मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं एवं तनाव कम रहता है।[b]रोकथाम के उपाय ⚠ [b]धूप से सुरक्षाधूप में निकलते समय सुरक्षात्मक चश्मा एवं टोपी का उपयोग करें। ⚠ [b]पर्यावरणीय प्रदूषण से बचावस्वच्छ वातावरण में रहें एवं धूल-मिट्टी से बचाव करें। ⚠ [b]आंखों की नियमित सफाईनियमित नेत्र स्वच्छता एवं जांच से शुरुआती लक्षणों का पता चल सकता है। ⚠ [b]स्वस्थ जीवनशैलीसंतुलित आहार, पर्याप्त पानी एवं नियमित व्यायाम नेत्र स्वास्थ्य में सुधार लाते हैं।[b]निष्कर्ष पिंग्यूकुला एक सामान्य नेत्र वृद्धि है जो धूप, प्रदूषण एवं सूखे वातावरण के कारण होती है। उचित आयुर्वेदिक उपचार, नियमित नेत्र सफाई एवं धूप से सुरक्षा के उपायों से इस स्थिति में आराम एवं सुधार संभव है। लेख सारांश के रूप में यह कहा जा सकता है कि पिंग्यूकुला के प्रबंधन हेतु नियमित नेत्र जांच, स्वस्थ जीवनशैली एवं प्राकृतिक उपचार का संयोजन अत्यंत आवश्यक है; यदि लक्षण बढ़ें, तो शीघ्र विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।