ऑक्युलर इस्कीमिक सिंड्रोम (Ocular Ischemic Syndrome) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपायपरिचय ऑक्युलर इस्कीमिक सिंड्रोम एक गंभीर नेत्रीय स्थिति है जिसमें आंख के ऊतकों में रक्त प्रवाह में कमी होने के कारण ऑक्सीजन एवं पोषक तत्वों की आपूर्ति बाधित हो जाती है। यह स्थिति आमतौर पर कारोटिड आर्टरी में रुकावट या एथेरोस्क्लेरोसिस के कारण उत्पन्न होती है और इससे आंखों में दर्द, लालिमा, दृष्टि में कमी एवं अन्य नेत्रीय समस्याएं देखी जा सकती हैं।कारण ⚠ [b]कारोटिड आर्टरी में रुकावटएथेरोस्क्लेरोसिस, उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह के कारण कारोटिड आर्टरी में संकुचन होने से आंखों तक पर्याप्त रक्त प्रवाह नहीं पहुँच पाता। ⚠ [b]धूम्रपान एवं अस्वास्थ्यकर जीवनशैलीधूम्रपान, खराब आहार एवं कम शारीरिक गतिविधि नसों में असामान्य बदलाव एवं रुकावट का कारण बनते हैं। ⚠ [b]अनुवांशिक प्रवृत्तिपरिवारिक इतिहास में संबंधित रोग होने से जोखिम बढ़ जाता है। ⚠ [b]उम्र संबंधी परिवर्तनआयु के साथ नसों में कठोरता एवं संकुचन आने से रक्त संचार प्रभावित होता है।[b]लक्षण⚠ [b]आंखों में दर्द एवं जलनकम रक्त प्रवाह के कारण आंखों में असहजता एवं दर्द महसूस होता है। ⚠ [b]दृष्टि में कमी एवं धुंधलापनकेंद्रित दृष्टि कमजोर पड़ जाती है तथा वस्तुएं अस्पष्ट दिखाई देती हैं। ⚠ [b]लालिमा एवं सूजनआंख के आसपास के ऊतकों में सूजन एवं लालिमा हो सकती है। ⚠ [b]फ्लोटर्स एवं अंधेरे छिद्रकुछ रोगियों में आंख में तैरते छोटे कण या अंधेरे धब्बे दिखाई दे सकते हैं।[b]आयुर्वेदिक उपचार⚠ [b]त्रिफला नेत्र धोनात्रिफला के पानी से नियमित नेत्र धोने से आंखों की सफाई होती है एवं रक्त संचार में सुधार आता है। ⚠ [b]अश्वगंधाअश्वगंधा का सेवन शरीर की शक्ति बढ़ाने एवं सूजन नियंत्रित करने में सहायक होता है। ⚠ [b]ब्राह्मीब्राह्मी मानसिक तनाव कम कर नेत्र स्वास्थ्य में सुधार लाने एवं संपूर्ण स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में उपयोगी है। ⚠ [b]हल्दीहल्दी के प्राकृतिक सूजनरोधी गुण आंखों के ऊतकों में सूजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ⚠ [b]तुलसी का काढ़ातुलसी का काढ़ा प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने एवं संक्रमण से बचाव में सहायक होता है। ⚠ [b]योग एवं प्राणायामनियमित योग, ध्यान एवं अनुलोम-विलोम प्राणायाम से मानसिक एवं शारीरिक तनाव में कमी आती है तथा रक्त परिसंचरण में सुधार होता है।[b]रोकथाम के उपाय ⚠ [b]नियमित नेत्र विशेषज्ञ से जांच कराएंकारोटिड आर्टरी एवं नेत्रों की नियमित जांच से प्रारंभिक संकेतों का शीघ्र पता लगाया जा सकता है। ⚠ [b]स्वस्थ जीवनशैली अपनाएंसंतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं पर्याप्त विश्राम से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है। ⚠ [b]उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह का नियंत्रणइन स्थितियों का उचित प्रबंधन नेत्रीय ऊतकों में रक्त प्रवाह सुरक्षित रखने में सहायक है। ⚠ [b]धूम्रपान एवं अस्वास्थ्यकर आदतों से बचेंधूम्रपान छोड़ना एवं अन्य हानिकारक आदतों से दूरी बनाए रखना आवश्यक है। ⚠ [b]पर्यावरणीय प्रदूषण एवं धूप से सुरक्षासुरक्षात्मक चश्मा पहनकर धूप एवं प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से आंखों की रक्षा करें।[b]निष्कर्षऑक्युलर इस्कीमिक सिंड्रोम एक गंभीर स्थिति है जिसमें कम रक्त प्रवाह के कारण नेत्र ऊतकों में ऑक्सीजन एवं पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। उचित चिकित्सकीय प्रबंधन, नियमित नेत्र जांच एवं स्वस्थ जीवनशैली के साथ आयुर्वेदिक उपचार जैसे त्रिफला नेत्र धोना, अश्वगंधा, ब्राह्मी, हल्दी एवं तुलसी का काढ़ा तथा नियमित योग एवं प्राणायाम का संयोजन इस स्थिति के प्रबंधन में सहायक हो सकता है; यदि लक्षण बढ़ें, तो शीघ्र विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है।