प्रोग्रेसिव सुप्रानेक्लियर स्पैली (Progressive Supranuclear Palsy) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपायपरिचय प्रोग्रेसिव सुप्रानेक्लियर स्पैली एक पुरानी न्यूरोलॉजिकल विकार है जिसमें मस्तिष्क के ऊतकों में धीरे-धीरे गिरावट आती है। इसमें मुख्य रूप से आंखों की ऊर्ध्वाधर गतियों में कठिनाई, संतुलन में कमी एवं दैनिक गतिविधियों में बाधा देखी जाती है। रोगी को चलते-फिरते, बोलते एवं निगलते समय असुविधा का सामना करना पड़ता है, जिसके साथ-साथ मानसिक एवं संज्ञानात्मक चुनौतियाँ भी उत्पन्न हो सकती हैं।कारण ⚠ टाऊ प्रोटीन का असामान्य संचयमस्तिष्क में टाऊ प्रोटीन का असामान्य संचय न्यूरॉन्स की क्षति का कारण बनता है। ⚠ [b]अनुवांशिक एवं पर्यावरणीय कारकअनुवांशिक उत्परिवर्तन एवं पर्यावरणीय ट्रिगर्स मिलकर न्यूरोलॉजिकल ऊतकों में क्षति बढ़ा सकते हैं। ⚠ [b]नसों में असंतुलनन्यूरोट्रांसमीटर असंतुलन एवं न्यूरॉन संरचना में परिवर्तन से मस्तिष्क के संतुलन केंद्र प्रभावित होते हैं।[b]लक्षण ⚠ [b]नेत्र गतिशीलता में कठिनाईखासकर ऊर्ध्वाधर आंख की गतियों में समस्या, जिससे फ्लैशेस या आंखों का अचानक फड़कना हो सकता है। ⚠ [b]संतुलन में कमी एवं ठोकरें खानारोगी को चलते समय असंतुलन, बार-बार ठोकरें खाने एवं गिरने की समस्या होती है। ⚠ [b]पेशीय कठोरता एवं धीमी गतिहाथ-पैर की पेशियों में कमजोरी, कठोरता एवं गतिशीलता में कमी होती है। ⚠ [b]दैनिक क्रियाकलापों में बाधाचलना, बोलना, निगलना तथा अन्य सामान्य कार्यों में असुविधा पैदा होती है। ⚠ [b]कभी-कभी संज्ञानात्मक असुविधाकुछ रोगियों में स्मरण शक्ति तथा सोचने-समझने में मंदता भी देखी जा सकती है।[b]आयुर्वेदिक उपचार⚠ [b]अश्वगंधाअश्वगंधा का सेवन शरीर की शक्ति बढ़ाने एवं सूजन को नियंत्रित करने में सहायक होता है। ⚠ [b]ब्राह्मीब्राह्मी मानसिक संतुलन एवं स्मरण शक्ति में सुधार लाने में उपयोगी माना जाता है। ⚠ [b]गुडुचीगुडुची प्रतिरक्षा प्रणाली को संतुलित कर न्यूरोलॉजिकल ऊतकों में सूजन कम करने में मदद करती है। ⚠ [b]त्रिफलात्रिफला का सेवन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है एवं शरीर से विषाक्त पदार्थों के निष्कासन में सहायक होता है। ⚠ [b]हल्दीहल्दी के प्राकृतिक सूजनरोधी गुण न्यूरोलॉजिकल ऊतकों में सूजन को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ⚠ [b]योग एवं प्राणायामनियमित योग, ध्यान एवं अनुलोम-विलोम प्राणायाम से मानसिक तनाव कम होता है तथा रक्त परिसंचरण में सुधार से न्यूरोलॉजिकल ऊतकों को पर्याप्त पोषण मिलता है।[b]रोकथाम के उपाय⚠ [b]नियमित चिकित्सकीय जांचन्यूरोलॉजिकल एवं नेत्र विशेषज्ञ से नियमित जांच से प्रारंभिक संकेतों का शीघ्र पता चलता है। ⚠ [b]स्वस्थ जीवनशैली अपनाएंसंतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं पर्याप्त विश्राम से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है। ⚠ [b]तनाव प्रबंधनयोग, ध्यान एवं पर्याप्त विश्राम से मानसिक तनाव को नियंत्रित रखें। ⚠ [b]पर्यावरणीय प्रदूषण एवं हानिकारक आदतों से बचेंधूम्रपान एवं प्रदूषण से बचाव से संपूर्ण स्वास्थ्य एवं रक्त परिसंचरण में सुधार होता है। ⚠ [b]अनुवांशिक परामर्शपरिवार में इतिहास होने पर अनुवांशिक सलाह लेना लाभकारी हो सकता है।[b]निष्कर्षप्रोग्रेसिव सुप्रानेक्लियर स्पैली एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल विकार है जो दैनिक गतिविधियों पर गहरा प्रभाव डालता है। उचित चिकित्सकीय देखरेख, स्वस्थ जीवनशैली एवं आयुर्वेदिक उपचार का संयोजन, जैसे अश्वगंधा, ब्राह्मी, गुडुची, त्रिफला एवं हल्दी का उपयोग तथा नियमित योग एवं प्राणायाम रोग के प्रभाव को कम करने एवं जीवन स्तर में सुधार लाने में सहायक हो सकता है; यदि लक्षण बढ़ें, तो शीघ्र विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है।