कॉन्जेनिटल हार्ट ब्लॉक (Congenital Heart Block) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपाय
परिचय
कॉन्जेनिटल हार्ट ब्लॉक एक जन्मजात हृदय विकार है जिसमें हृदय के विद्युत संकेतों के संचरण में रुकावट उत्पन्न हो जाती है जिससे हृदय की धड़कन धीमी या अनियमित हो सकती है। यह स्थिति भ्रूण के विकास के दौरान ही उत्पन्न हो जाती है और शिशु के जीवन के प्रारंभिक चरण में पहचान में आ सकती है। इस विकार के कारण हृदय की संचार क्रिया प्रभावित होती है जिससे शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त प्रवाह में बाधा आ सकती है।
कारण
⚠ [b]मातृ ऑटोइम्यून विकारमाता में लूपस या अन्य ऑटोइम्यून स्थितियां होने से एन्टीबॉडी भ्रूण के हृदय के संचरण तंत्र पर हमला कर सकते हैं जिससे हार्ट ब्लॉक उत्पन्न हो सकता है।
⚠ [b]आनुवांशिक कारणपरिवार में इस विकार का इतिहास होने से भ्रूण में आनुवांशिक दोष विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।
⚠ [b]गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल असंतुलनगर्भावस्था के दौरान हार्मोनल असंतुलन भी भ्रूण के हृदय के विद्युत संचरण में बाधा डाल सकता है।
[b]लक्षण
⚠ [b]धीमी हृदय गतिनवजात शिशु में हृदय की धड़कन सामान्य से कम होती है।
⚠ [b]अनियमित धड़कनहृदय के संकेतों के संचरण में रुकावट के कारण धड़कन में अनियमितता दिखाई देती है।
⚠ [b]सांस लेने में कठिनाईहृदय की कम क्रिया के कारण शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो सकती है जिससे सांस लेने में दिक्कत उत्पन्न हो सकती है।
⚠ [b]थकान एवं कमजोर शारीरिक विकासहृदय की अपर्याप्त धड़कन के कारण शरीर में ऊर्जा की कमी तथा विकास में बाधा हो सकती है।
[b]आयुर्वेदिक उपचारकॉन्जेनिटल हार्ट ब्लॉक एक गंभीर स्थिति है जिसके लिए आधुनिक चिकित्सा का विशेष महत्व है; आयुर्वेदिक उपाय केवल पूरक के रूप में अपनाए जा सकते हैं ताकि हृदय को मजबूत बनाने एवं संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार लाया जा सके:
⚠ [b]अश्वगंधाअश्वगंधा हृदय को मजबूत बनाने एवं तनाव कम करने में सहायक मानी जाती है।
⚠ [b]ब्राह्मीब्राह्मी मानसिक संतुलन एवं न्यूरोलॉजिकल स्वास्थ्य में सुधार लाने हेतु उपयोगी है।
⚠ [b]तुलसीतुलसी के अर्क में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो हृदय की सुरक्षा एवं ऊतकों के पोषण में योगदान देते हैं।
⚠ [b]गुडूचीगुडूची शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने एवं प्रतिरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने में मदद करती है।
⚠ [b]त्रिफलात्रिफला पाचन तंत्र को साफ रखने एवं शरीर से विषाक्तता दूर करने में सहायक होता है।
⚠ [b]योग एवं ध्याननियमित योग, ध्यान एवं प्राणायाम से मानसिक तनाव में कमी आती है एवं संपूर्ण स्वास्थ्य में संतुलन बना रहता है।
[b]रोकथाम के उपाय⚠ [b]मातृ स्वास्थ्य का ध्यानगर्भावस्था के दौरान माता को संतुलित आहार, पर्याप्त पोषण एवं नियमित चिकित्सकीय जांच से स्वस्थ रखा जाना आवश्यक है।
⚠ [b]आनुवांशिक जांच एवं काउंसलिंगपरिवार में इस विकार का इतिहास होने पर प्रारंभिक निदान एवं काउंसलिंग से जोखिम को समझ कर उचित योजना बनाई जा सकती है।
⚠ [b]स्वस्थ जीवनशैलीसंतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं पर्याप्त आराम से संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है और हृदय पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता।
[b]निष्कर्षकॉन्जेनिटल हार्ट ब्लॉक एक जन्मजात विकार है जिसमें हृदय के विद्युत संचरण में बाधा के कारण धड़कन धीमी या अनियमित हो जाती है। आधुनिक चिकित्सा द्वारा इसका उचित प्रबंधन आवश्यक है; साथ ही आयुर्वेदिक उपाय जैसे अश्वगंधा, ब्राह्मी, तुलसी, गुडूची, त्रिफला एवं नियमित योग एवं ध्यान केवल पूरक के रूप में सहायक हो सकते हैं। संतुलित आहार, मातृ स्वास्थ्य का ध्यान एवं आनुवांशिक जांच से इस स्थिति के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि लक्षण प्रकट हों तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है।

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