फोकल सेगमेंटल ग्लोमेरुलोस्क्लेरोसिस (Focal Segmental Glomerulosclerosis) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपायपरिचय फोकल सेगमेंटल ग्लोमेरुलोस्क्लेरोसिस एक गंभीर गुर्दा रोग है जिसमें ग्लोमेरुली के कुछ हिस्सों में स्थायी ऊतक का निर्माण हो जाता है। यह ऊतक का निर्माण गुर्दा की फिल्ट्रेशन क्षमता को प्रभावित करता है, जिससे पेशाब में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है और धीरे-धीरे गुर्दा कार्यक्षमता में गिरावट आने लगती है।कारण ⚠ [b]आइडियोपैथिक कारणकई मामलों में इसका स्पष्ट कारण ज्ञात नहीं होता; इसे स्वतः उत्पन्न माना जाता है। ⚠ [b]मोटापा एवं उच्च रक्तचापअत्यधिक वजन एवं उच्च रक्तचाप गुर्दा पर अतिरिक्त दबाव डालकर इस रोग के विकास में योगदान कर सकते हैं। ⚠ [b]संक्रमण एवं अन्य गुर्दा रोगकुछ मामलों में अन्य गुर्दा संबंधी बीमारियाँ या संक्रमण इस विकार के विकास में सहायक हो सकते हैं। ⚠ [b]दवाओं एवं विषाक्त पदार्थों का प्रभावकुछ दवाओं के दुष्प्रभाव या पर्यावरणीय विषाक्त पदार्थ भी गुर्दा की संरचना को प्रभावित कर सकते हैं।[b]लक्षण⚠ [b]पेशाब में प्रोटीन का अधिक होनाअसामान्य रूप से उच्च मात्रा में प्रोटीन का उत्सर्जन गुर्दा की क्षति का प्रमुख संकेत है। ⚠ [b]सूजन एवं कमर में दर्दगुर्दा के कार्य में बाधा के कारण शरीर में सूजन एवं कभी-कभी कमर या पेट में दर्द महसूस होता है। ⚠ [b]थकान एवं वजन में गिरावटगुर्दा की कार्यक्षमता कम होने से शरीर में थकान, ऊर्जा की कमी एवं वजन घटने की समस्या हो सकती है। ⚠ [b]उच्च रक्तचापसंकीर्ण रक्तवाहिनियों एवं गुर्दा की असामान्यता के कारण उच्च रक्तचाप का जोखिम बढ़ जाता है।[b]आयुर्वेदिक उपचारआधुनिक चिकित्सा के साथ पूरक के रूप में आयुर्वेदिक उपाय गुर्दा की कार्यक्षमता में सुधार एवं सूजन कम करने में सहायक हो सकते हैं ⚠ [b]पुनर्नवापुनर्नवा गुर्दा की मरम्मत एवं विषाक्त पदार्थों के निष्कासन में सहायक मानी जाती है ⚠ [b]गोक्षुरगोक्षुर गुर्दा स्वास्थ्य को समर्थन देने एवं रक्त संचार में सुधार लाने में उपयोगी है ⚠ [b]त्रिफलात्रिफला पाचन तंत्र को साफ रखने एवं शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ⚠ [b]शिलाजीतशिलाजीत ऊर्जा बढ़ाने एवं सूजन को कम करने में सहायक होता है ⚠ [b]योग एवं ध्याननियमित योग, ध्यान एवं प्राणायाम से मानसिक तनाव कम होता है एवं संपूर्ण स्वास्थ्य में संतुलन बना रहता है[b]रोकथाम के उपाय⚠ [b]संतुलित आहार अपनाएंफल, सब्जियां एवं फाइबर युक्त आहार से गुर्दा के स्वास्थ्य में सुधार होता है ⚠ [b]नियमित व्यायाम करेंनियमित शारीरिक गतिविधि से रक्त संचार में सुधार एवं वजन नियंत्रण संभव होता है ⚠ [b]उच्च रक्तचाप एवं मोटापे पर नियंत्रणइन कारकों का नियंत्रण इस रोग के जोखिम को कम करने में महत्वपूर्ण है ⚠ [b]पर्याप्त पानी पिएंदिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं ⚠ [b]नियमित चिकित्सकीय जांच कराएंसमय-समय पर चिकित्सकीय जांच से प्रारंभिक लक्षणों का पता चल सकता है एवं उचित उपचार संभव होता है[b]निष्कर्षफोकल सेगमेंटल ग्लोमेरुलोस्क्लेरोसिस एक गंभीर गुर्दा रोग है जिसमें ग्लोमेरुली के कुछ हिस्सों में स्थायी ऊतक का निर्माण होता है समय पर निदान एवं आधुनिक चिकित्सा के साथ पूरक आयुर्वेदिक उपायों, जैसे पुनर्नवा, गोक्षुर, त्रिफला, शिलाजीत एवं नियमित योग एवं ध्यान से गुर्दा की कार्यक्षमता में सुधार एवं सूजन में कमी लायी जा सकती है स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम एवं उच्च रक्तचाप एवं मोटापे पर नियंत्रण से इस स्थिति के प्रभाव को कम किया जा सकता है यदि लक्षण प्रकट हों तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है