हैशिमोटो एन्सेफलोपैथी (Hashimoto Encephalopathy) - परिचय, कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक उपचार एवं रोकथाम के उपायपरिचय हैशिमोटो एन्सेफलोपैथी एक दुर्लभ स्वप्रतिरक्षा न्यूरोलॉजिकल विकार है जो थायरॉयड ग्रंथि की स्वप्रतिरक्षा स्थिति, हैशिमोटो थायरॉयडिटिस, से जुड़ा होता है। इस रोग में मस्तिष्क में सूजन एवं संज्ञानात्मक अवरोध उत्पन्न होते हैं, जिससे भ्रम, याददाश्त में कमी, मूड में बदलाव एवं कभी-कभी दौरे पड़ने के लक्षण देखे जाते हैं। इसे स्टेरॉयड-संवेदनशील एन्सेफलोपैथी के रूप में भी जाना जाता है। कारण ⚠ स्वप्रतिरक्षा प्रक्रियाहैशिमोटो थायरॉयडिटिस में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने ही थायरॉयड ऊतकों पर हमला करती है जिससे सूजन की प्रक्रिया मस्तिष्क तक फैल सकती है। ⚠ [b]आनुवांशिक प्रवृत्तिपरिवार में स्वप्रतिरक्षा रोगों का इतिहास होने से इस विकार के विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है। ⚠ [b]मध्य आयु एवं महिला प्रभुत्वअध्ययनों से यह पाया गया है कि यह रोग मुख्यतः मध्य आयु की महिलाओं में होता है, संभवतः हार्मोनल असंतुलन एवं प्रतिरक्षा प्रणाली में परिवर्तन के कारण।[b]लक्षण ⚠ [b]संज्ञानात्मक अवरोधरोगी में भ्रम, स्मरण शक्ति में कमी, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई एवं समझने में बाधा हो सकती है। ⚠ [b]मूड में बदलावचिड़चिड़ापन, उदासी, चिंता एवं अचानक मूड स्विंग्स देखने को मिलते हैं। ⚠ [b]दौरे एवं मिर्गी संबंधी लक्षणकुछ मामलों में रोगी को दौरे पड़ सकते हैं, जिससे मांसपेशियों में अकड़न एवं असामान्यता हो सकती है। ⚠ [b]सिरदर्द एवं थकानतीव्र सिरदर्द, सामान्य थकान एवं ऊर्जा की कमी भी प्रमुख लक्षण हैं।[b]आयुर्वेदिक उपचारहैशिमोटो एन्सेफलोपैथी एक गंभीर स्थिति है जिसके लिए आधुनिक चिकित्सा उपचार अत्यंत आवश्यक है; आयुर्वेदिक उपाय केवल पूरक के रूप में अपनाए जा सकते हैं ताकि मस्तिष्क की सूजन कम हो, प्रतिरक्षा प्रणाली संतुलित रहे एवं समग्र स्वास्थ्य में सुधार आए ⚠ [b]अश्वगंधाअश्वगंधा तनाव कम करने एवं तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने में सहायक होती है ⚠ [b]ब्राह्मीब्राह्मी संज्ञानात्मक क्षमता में सुधार लाने एवं मानसिक स्पष्टता बढ़ाने में उपयोगी मानी जाती है ⚠ [b]गुडूचीगुडूची शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को संतुलित करने एवं विषाक्त पदार्थों के निष्कासन में मदद करती है ⚠ [b]त्रिफलात्रिफला पाचन तंत्र को साफ रखने एवं शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ⚠ [b]योग एवं ध्याननियमित योग, ध्यान एवं प्राणायाम से मानसिक तनाव में कमी आती है तथा संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है[b]रोकथाम के उपाय⚠ [b]नियमित चिकित्सकीय जांचथायरॉयड कार्य एवं प्रतिरक्षा प्रणाली के स्तर की नियमित जांच से शीघ्र निदान संभव होता है ⚠ [b]स्वस्थ आहार एवं जीवनशैली अपनाएंपोषण युक्त संतुलित आहार, नियमित व्यायाम एवं पर्याप्त विश्राम से प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत रहती है ⚠ [b]तनाव प्रबंधनयोग, ध्यान एवं विश्राम के अभ्यास से मानसिक तनाव को नियंत्रित किया जा सकता है ⚠ [b]पर्यावरणीय प्रदूषण से बचावस्वच्छ वातावरण में रहना एवं हानिकारक प्रदूषण से बचने के उपाय अपनाएं[b]निष्कर्षहैशिमोटो एन्सेफलोपैथी एक गंभीर स्वप्रतिरक्षा न्यूरोलॉजिकल विकार है जो हैशिमोटो थायरॉयडिटिस से संबंधित होता है एवं मस्तिष्क में सूजन तथा संज्ञानात्मक अवरोध का कारण बनता है समय पर चिकित्सकीय निदान एवं आधुनिक चिकित्सा उपचार के साथ-साथ पूरक आयुर्वेदिक उपाय, जैसे अश्वगंधा, ब्राह्मी, गुडूची, त्रिफला एवं नियमित योग एवं ध्यान, से रोग के प्रभाव को कम किया जा सकता है स्वस्थ आहार, तनाव प्रबंधन एवं नियमित जांच से इस स्थिति के जोखिम को नियंत्रित किया जा सकता है यदि लक्षण प्रकट हों तो तुरंत विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है